Again something romantic....its about... when we just love someone... when we just wait for someone...no matter till when....
कुछ सोचती रही |
गुम हो गयी तुम में ,
या खो सी गयी |
था वो आकर्षण ,
या सचमुच प्यार था |
पर उसके बाद हर पल ,
बस तेरा इंतज़ार था |
तुम मिलोगे या नहीं ,
मैं जानती नहीं |
पर उम्मीद की एक किरण ,
दिल में है जगी |
तुम्हारी खुशियों को बाँटूं ,
ये ज़रूरी नहीं |
पर गमो की हिस्सेदार ,
हमेशा हूँ मैं ही |
तेरे मुँह से सुनु ,
मैं एक बार अपना नाम |
पर हो दिल की आवाज़ ,
और दिल का पैगाम |
तेरा प्यार मिले न मिले ,
तेरा साथ तो हो |
एक दोस्त की तरह बढ़ता ,
तेरा हाथ तो हो |
जीवन के अँधेरे में,
तेरी आवाज़ तो सुनु |
इसी उम्मीद के सहारे ,
हर गम सह लूँ |
यही तमन्ना है ,
यही ख्वाब है |
तेरे साथ की ,
बस मेरी चाह है |
कृति "जिज्ञासा"
Bahut si sundar rachna hai.
ReplyDeleteFull of love and has deep meaning.
By the way I liked these lines so much.
"जीवन के अँधेरे में,
तेरी आवाज़ तो सुनु |
इसी उम्मीद के सहारे ,
हर गम सह लूँ ".
Keep writing ji. :) :)
thnx sulabh.....always luv ur comments :)
ReplyDeletenice one..:D
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